मुख्य सचिव अनिल खाची को पद से हटाए जाने को कांग्रेस ने बताया अधिकारियों को हतोत्साहित करने वाला कदम
1 min readकांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने मुख्य सचिव अनिल खाची को समय से पूर्व उनके पद से हटाने के सरकार के निर्णय की आलोचना करते हुए कहा है कि यह निर्णय कर्मठ व ईमानदार अधिकारियों को हतोत्साहित करने वाला है,साथ मे उनका अपमान भी है।उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने यह निर्णय पार्टी के किसी राजनैतिक दवाब में लिया है जो बिल्कुल भी सही नही है,और कांग्रेस इसकी कड़ी निंदा करती है।
राठौर ने अनिल खाची को मुख्य सचिव के पद से हटाए जाने पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए इसे प्रदेश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।उन्होंने कहा है कि खाची अपनी ईमानदारी व कर्तव्यनिष्ठा के लिए पूरे प्रदेश में जाने जाते है।उन्हें इस प्रकार से इस पद से हटाना उनका ही नही अपितु प्रदेश के लोगों का भी अपमान है,क्योंकि वह प्रदेश के एक साधारण व प्रतिष्ठित परिवार से सम्बंध रखते है।
राठौर ने कहा कि पिछले दिनों जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह द्वारा उनके साथ बदसलूकी किया जाना भी बहुत ही खेदजनक था।उन्होंने कहा कि अगर मुख्यमंत्री सही में ईमानदारी व कर्तव्यनिष्ठा के प्रति समर्पित होते तो वह मंत्री के खिलाफ कोई कार्यवाही करते,न कि खाची को ही इस पद से हटाते।उन्होंने कहा कि प्रदेश में जबसे भाजपा की सरकार बनी है तभी से उन्हें ताश के पत्तो की तरह की इधर से उधर फांटा जा रहा है।काविल और योग्य अधिकारियों को कम महत्व के पदों पर विठाया जा रहा है।यही कारण है कि आज दिन तक जयराम अफसरशाही के साथ कोई तालमेल नहीं विठा पाए है।
राठौर ने मुख्यमंत्री के खाची को उनके पद से हटाने के निर्णय को भाजपा नेताओं के दवाब और भ्रष्टाचार से किया गया एक समझौता बताया है।