चौपाल की शंठा भागवत कथा कमेटी के लिए लक्ष्मी का स्वरूप बनकर सामने आई बधान बिरादरी की महिलाएं , पेश की एकजुटता की मिसाल
1 min readभारतीय संस्कृति में नारी को लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है और अगर बात देव भूमि हिमाचल की हो और देवी देवताओं से जुड़े कार्य की हो तो उसमें नारी का बहुत बड़ा योगदान रहता है। कुछ ऐसा ही उदाहरण पेश किया है जिला शिमला की चौपाल तहसील के शंठा देवत गांव के बधान बिरादरी की महिलाओं ने। इस क्षेत्र में शंठा भागवत कथा कमेटी की ओर से 24 से 31 मई तक सामूहिक तौर पर भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें बधान बिरादरी की महिलाओं ने अपने प्रयासों से भागवत कथा के लिए 2 लाख 15 हज़ार रुपए का अंशदान शंठा भागवत कथा कमेटी को समर्पित किया है । इन महिलाओं के इस पुनीत प्रयास की सभी क्षेत्रवासी भूरी – भूरी प्रशंसा कर रहे हैं खासतौर पर शंठा भागवत कथा कमेटी ने बाकायदा इन महिलाओं का आभार व्यक्त किया है । कमेटी के लिए यह महिलाएं सचमुच में लक्ष्मी का स्वरूप बनकर सामने आई है जिन्होंने इतनी बड़ी रकम एकत्र कर कमेटी की कथा करवाने की राह बेहद आसान कर दी है ।